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चिकित्सा शिक्षा विभाग
चिकित्सा शिक्षा विभाग राज्य में स्थित राजकीय चिकित्सा महाविद्यालयों एवं दन्त महाविद्यालयों का प्रशासनिक विभाग है। यह विभाग इन महाविद्यालयों से संबद्ध चिकित्सालयों का भी प्रबंधन करता है। चिकित्सा शिक्षा विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में मानव संसाधन उपलब्ध कराने की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण है। साथ ही महाविद्यालयों से संबद्ध चिकित्सालय जटिल, गंभीर एवं रेफर किये गये रोगियों के इलाज का महत्वपूर्ण कार्य भी करते है।
देश के स्वतन्त्र होने के समय राजस्थान में केवल एक चिकित्सा महाविद्यालय जयपुर में स्थित था, परन्तु आज राजस्थान में 6 राजकीय, झालावाड़ हॉस्पिटल एवं मेडिकल कॉलेज सोसाइटी का एक आयुर्विज्ञान महाविद्यालय झालावाड़ में, राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय का संघटक - राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय - जयपुर में तथा राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसाइटी (राजमेस) के अधीन भरतपुर, भीलवाड़ा, चूरू, डूंगरपुर एवं पाली में अकादमिक वर्ष 2018-19 से, बाड़मेर में अकादमिक वर्ष 2019 -20 से तथा सीकर में अकादमिक वर्ष 2020 -21 से आयुर्विज्ञान महाविद्यालय प्रारम्भ किये गए है। राज्य में, ई.एस.आई.सी. का एक आयुर्विज्ञान महाविद्यालय अलवर में स्थापित है।
राज्य में वर्तमान में 9 निजी क्षेत्र के आयुर्विज्ञान महाविद्यालय भी स्थापित है।
राज्य में राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय का संघटक 1 दन्त महाविद्यालय एवं 15 निजी दन्त महाविद्यालय स्थापित हैं।
राज्य में वर्ष 2006 में राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी।
